यीसु पूरो गलील प्रदेस म फिर-फिर ख ओको प्रार्थना घर हुन म सिखाते रयो अऊर राज्य को सुसमाचार प्रचार करते, अर इंसान हुन की कई तरीका कि बीमारी हुन अर कमजोरी हुन ख दूर करते जात रहा।
यीसु पुरो सहर अर गाँवो म फिर-फिर ख अऊर ओको प्रार्थना घर हुन म उपदेस देवा, अऊर राज्य को अच्छो खबर सुन्य रयो हतो, अऊर हर तरीका कि बीमारी अर कमजोरी ख दूर रहयो।
ये पर सबरा जन हाईब कर ख एक दुसरो से बहस करन (वाद विवाद) लग गया, “या कसी बात हैं? यु तो कोई नयो सिखावा हैं! उ हक को संग बुरी आत्मा ख भी कहा हैं, अर वी ओकी बात ख माना हैं।”
पर उ बाहर जा ख या बात का बेजा प्रचार करन लग गयो अर असो तक फैलान लग गयो कि यीसु फिर अकेलो सहर म नी जा पायो पर बाहर जंगल वाली जगा म रहयो अर चारी तरफ से अदमी ओको कने आवत रह।