50 पर जो बात ओ न उनसे कही, उन ना ओ से नी समझ।
50 मान्तर जोन गोठ हुन हुनमन ले बल्लो, हुनमन हुनके नी समजला।
पर या बात उनका समझ म नी आई, अऊर वी ओसे पुछनो से डरत रह।
पर उन यू बात हुन म से कोई भी नी बात नी समझीया अर या बात उनको से छुपी रही, अर जे कय्हो गयो रह उ उनकी समझ म नी आयो।
परन्तु या बात का नी समझ म हते, अर यू ओसे छिप रह कि वी ओ ख जानन नी पाएँ; अर वी इ बात का विसय म ओसे पूछन से डर रह।