मी तुम से सच्ची-सच्ची कहूँ हैं, जो मोरो वचन सुन कर मोरो भेजियो वालो पर भरोसा करा हैं, अनन्त जीवन ओको ही हैं; अर ओपर दण्ड या न्याय कि सजा नी होन कि पर उ माऊत से पार होका जीवन म पहुँचा चुकियो हैं।
जीवन कि रोटी जे स्वर्ग से उतरी, मी आय। अदि कोई या रोटी म से खाए, ते हमेसा को लाने जिन्दो रहेगो; अर जे रोटी मी दुनिया को जीवन को लाने देऊगो, उ मोरो मांस या सरीर हैं।”