16 जब साम भई, ते ओखा चेला हुन झील को किनार गया,
16 जिदलदाय सांज होली, तेबे हुनचो चेलामन झील चो रेटे गेला,
जब साँम भई, ते नाव झील को बीच म हती, अर उ अकेलो जमीन म हतो,
यीसु अर ओखा चेला हुन ख भी वा सादी म नेवता देखा बुलायो गयो हतो।
अऊर वी नाव पर बठ ख कफरनहूम सहर कि तरफ झील पार करत रहा। अन्धेरा होन लग गयो रहा अऊर यीसु अबा लक उनको जोने नी पहुँचियो हतो।