पर एकोलाने कि तुम जान लेनू कि इंसान को पोरिया को धरती पर को पाप माप करन को हक हैं। तब ओ ना लकवा को बीमार वाला से कहयो “उठ, अपनो खटिया उठा, अर अपनो मकान म चलो जा।”
काहे की उन न एक दिन रोखयो हैं, जो म एक इंसान को व्दारा धर्म से दुनिया को न्याय करे, जो ख उन न रोखयो हैं, अर उन म से मरिया हुआ म से जिलाकर ख यह बोली सब पर साबित कर दियो हैं।