मोरो बाप न मोखा सब कुछ सोपियो हैं। अर पोरिया ख कोई नी जाना, पर सिर्फ पोरिया; अऊर न कोई परमेस्वर ख जाना हैं, पर सिर्फ बाप; अर नी कोई बाप का जाना सिर्फ पोरिया अर उ जेपर पोरिया ओखा प्रगट करनो चाहे।
काहे की उन न एक दिन रोखयो हैं, जो म एक इंसान को व्दारा धर्म से दुनिया को न्याय करे, जो ख उन न रोखयो हैं, अर उन म से मरिया हुआ म से जिलाकर ख यह बोली सब पर साबित कर दियो हैं।
काहेकि अवस्य हैं कि हम सब को हाल मसी को न्याय आसन को सामे खुल जाएगो, कि हर एक अदमी अपना अपना भलाई बुराई का काम हुन को बदला जे ओ न सरीर को दुवारा किऐ हो पाये।