सब्द न सरीर रूप धर ख, हमरो बीच म आयो, अऊर हम न ओकी असी महेमा देखी जसो परमेस्वर बाप (पिता) को अकेलो पोरिया कि महेमा, जो किरपा अऊर सही से भरपूर हो ख हमारो बीच म ड़ेरा करो।
अऊर मुरती हुन का संग परमेस्वर को मन्दिर को का नाता हैं? काहेकि हम ते जीवित परमेस्वर को मन्दिर आय; जसो परमेस्वर न कय्हो हैं, “मी ओ म बसगो अर ओ म चलो फिरा करू हैं; अर मी उनको परमेस्वर आय, अर वी मोरो लोग आय।”