6 पर मी न जो या बात हुन तुम से कही हैं, एकोलाने तुमरो मन दुख से भर गयो हैं।
6 मान्तर मय जोन ऐ गोठमन तुमचो ले बल्ले से, ऐईकाजे तुमचो मन दुक ले भरून गेली से।
तब उ प्रार्थना से उठियो अर अपनो चेला हुन का नजीक आय ख उनका उदासी को मोरो सोते पायो।
ओ न ओसे पुछियो, यूव का बात हैं, जे तुम चलत चलत आपस म करत हो?” वी उदास से खड़ो हो गयो।
“तुमारो मन ख नराज मत करो; परमेस्वर पर भरोसा रखो अर मोरो ऊपर भी भरोसा रखो।