तब यीसु वी सहर हुन ख धितकारन लग गयो जिनमा ओ ना सामर्थ्य ख ढ़ेर सारा काम करिया रहा, पर वहा का रहन वाला न यी सामर्थ्य को काम देख ख भी मन नी फिरायो करयो रहा।
यू जरूरी होनो थो कि ताकि यसायाह भविस्यवक्ता को वचन पूरो होय जे, ओ ना कय्हो: “अरे प्रभु, हमारी अच्छी बात पर को कोना भरोसा करियो? अर प्रभु को हात की ताकत कोपर परघट भयो हैं?”