कि तू उनकी आँखी खोले कि वी अंधेरा से उजाला की तरफ अऊर सैतान को हक परमेस्वर की तरफ फिरे, पाप हुन की माफी अर वी अदमी हुन को संग जो मो पर भरोसा करनो से सुध्द करीया गया हैं वी छुटकारा पाय।
काहेकि जब परमेस्वर ख ग्यान को जसो दुनिया न ग्यान से परमेस्वर ख न जानो, ते परमेस्वर ख यू अच्छो लगो कि यू प्रचार कि मुर्ख हुन ख व्दार विस्वास करन वालो ख उध्दार दे।
अऊर आज दुनिया का देवता अविस्वासी हुन ख मन इत्तो अन्धोकार कर दियो हैं कि वी, परमेस्वर को जसो रूप म याने मसी को तेजोमय अच्छो समाचार कि उजाला ख देखन म असमर्थ हैं।
काहेकि हमारो यू मल्लयुध्द सरीर से या खून अर मांस से नी पर प्रधानता हुन से अर अधिकारी हुन से, अर यू दुनिया ख अन्धकार को हाकिमो से अऊर उ दुराचारी कि आत्मिक सेना से हैं जो बादल स्वर्ग म हैं।
काहेकि कि पोरिया-पारी मांस अऊर खून म सामिल हता एकोलाने उ भी यीसु इंसान को जसो रूप म हो गयो अर ओ न ओ ख एकोमतलब सैतान ख खतम कर सके जेका पास म मारनु की सक्ति हती।
जे कोई पाप करिये हैं उही सैतान कि तरफ से आय, काहेकि सैतान सुरू ही से पाप करते आयो हैं। परमेस्वर को पोरिया एकोलाने प्ररगट भयो हैं कि सैतान को काम हुन ख नास करन आयो।