24 कुछ इंसान हुन फरीसी हुन कि ओर से भेजिया वाला हता।
24 हुनमन फरीसीमन चो बाटले पटाया जाऊ रवत।
अरे अंधा हुन फरीसी, पहले थाली ख भीतर से मांजा कि वी बाहर से भी साफ होऐ।
जब उ वहाँ से निकलो, ते सासतिरी अर फरीसी बुरी तरीका से ओको पिछे पड़ गया अर छोड़न लगियो कि उ बेजा सी बात की चर्चा करे,
अऊर फरीसी जे धन दोलत लोभी हता, यू सब बात हुन सुन ख ओ ख ठट्ठो म उड़ान लगो।
परन्तु फरीसी अर व्यवस्थापक हुन न ओसे बपतिस्मा नी लेकर परमेस्वर का अभिप्राय को अपनो विसय म टाल दियो।
यूहन्ना न जुवाब दियो, मी आय, जसो कि यसायाह भविस्यवक्ता न कय्हो हैं, बियाबान जंगल म हाँका लगान वालो की आवाज प्रभु को याहा जान की रस्ता सिधी करो।
उन न यूहन्ना से पुछियो, “अदि तू न तो मसी आय, न एलिय्याह अऊर न उ भविस्यवक्ता आय ते फिर बपतिस्मा काहे ख देवा हैं?”
काहे कि सदूकी तो असा बोला हैं कि कि न फिर से जी उठनो हैं, न स्वर्ग दूत अर न आत्मा हैं, म पर फरीसी इन सब ख माना हैं
वी मोखा ढ़ेर सारा बखत से जान हैं अर अदि वी चाहे ते ईच बात कि गवाही दे सका हैं कि मीन हमारो धर्म को एक सबसे जादा मजबूत धर्म ख जसो ही एक फरीसी को जसो म जिन्दगी जियो हैं।