20 तब उनना मान लियो, मना नी पर मान लियो कि मी मसी नी हाय।
20 तेबे हुन ऐ मानलो आउर इन्कार नी करलो, मान्तर मानलो, “मय मसीह नुआय।”
उ अपनो तुम म ज्योति तो नी हतो पर उ ज्योति कि गवाई देन ख लाने आयो हतो रह।
जब यूहन्ना न अपनी सेवा पुरी करन पा हतो, ते ओ न कय्हो, तुम मोखा का समझावा हैं? मी उ नी आय! लेकिन देखनु, मोरो बाद एक आन वालो हैं, जेको पाय कि जूता की बददी ख मी खोलन को लायक नी हाय।