एकोलाने जब तक प्रभु नी आये हे उ बखत से पहले कुई बात हुन ख फैसला नी करे उ अन्धकार कि छुपी बात हुन ज्योति म दिखाए, अऊर मन हुन ख अभिप्राय ख देखागो करेगों, तब परमेस्वर कि तरफ से हर एक कि स्वगत होय।
मी ओखा पोरिया पारी ख मार डालूगो; उत्ती बखत सब कलेसिया जान लेहे कि दिमाक अर मन ख परखन वालो मीइच ही आय, अर मी तुम म से हर एक ख उनका काम हुन को हिसाब से बदला देऊगो।