हम न सूनो हैं कि हम म से कुछ न वही जाकर तुम ख अपनी बात से परेसानी करी अर तुम रो मन ख आ स्दीर कियो दियो अर तुम्हारो मन उलट पुलट कर दियो हैं पर हम न ओ ख आग्यानीय दियो रह
पतरस न ओसे कय्हो, “या क बात हैं कि तुम दो ही एक मत हो गया प्रभु का आत्मा की परीक्छा लियो एको कियो? देख, तोरो पति क गाड़न वाला हुन दरवाजा ही पर खड़ा हैं, अर तोखा भी उठा ख बाहर ले जाएगो।”