एकोलाने अपनी अर पुरो झुंड की निगरानी करो जेमा सुध्द आत्मा न तुम ख अध्यक्छ ठहरायो हैं, कि तुम परमेस्वर की कलीसिया का रखवाली करे, जे ख ओ न अपनो खून से मोल लियो हैं।
यु पोरिया परमेस्वर कि महिमा वह उन की महिमा को उजाला अर उन को तत्व को छाप हैं, अर सब चीज अपनी सक्ति को वचन से संभालयो हैं। उ पाप ख धो ख ऊँचो जगह पर महामहिम परमेस्वर ख जेनो तरफ जा ख बठयो;
यही कारन वी नई वाचा को बिचवई हैं, ताकि ओकी मरने के व्दारा जे पहली वाचा को बखत को अपराध से छुटकारा पावन को लाने हुई हैं, बुलायो हुओ अदमी वादा को अनुसार आखरी मीरास ख प्राप्त करहे।
एकोलाने कि मसी न भी, याने अधर्मी हुन को लाने धरमी न, पाप हुन का लाने एक बार दुख उठायो, काहेकि हम ख परमेस्वर को नजदीक पहुँचाए; उ सरीर का भाव से ते जख्म कियो गयो, पर आत्मा ख भाव से जिलायो गयो।
वी सिंहासन को जोने अर चारी जीव अर सियाना हुन को जोने एक नयो गाना गात रहा हता। वी एक लाक चऊवालीस हजार इंसान हुन ख छोड़, जो जमीन पा से मोल लियो वाला हता, कोइ उ गाना नी सिख सकत रहा।
वी यू नयो गीत गान लग गया, “तू या किताब को लेन, अऊर ऐकी मुहर हुन खोलन को योग हैं; काहेकि तुना वध होका अपनो खून से हर एक कुल, अर भासा अर इंसान हुन अऊर जात हुन म से परमेस्वर को लाने अदमी हुन का मोल लियो हैं,