काहे कि नेम जे म आँवन वाली भली चीज को प्रतिबिम्ब्र हैं पर उन को असली रूप नी, ऐको लाने वी एक ही प्रकार को बलि को व्दारा जेय हर साल उत्तम अच्छो चड़ाए जावा हैं, जोने आँवन वालो ख कभी भी सिध्द नी कर सकह।
अदि वाहा एक असो आराधना कि जगह म अराधना करह हैं उ सही म एक प्रति रूप हैं अऊर स्वर्ग म जे कही छाया हैं वाहा उसी तरह आय जसो मूसा को संग थो एकोलाने तब मूसा सुध्द तम्बू आरम्भ करन वाला हता ते ओ ख परमेस्वर कि ओर से याहा हुकुम मिल्यो हैं देखो जसो तो ख परवत पर दिखायो गयो थो ओको हिसाब से सब कुछ बनाजो।