हुई बखत वी सुध्द आत्मा म होकर खुसी से भर गयो, अर कहयो, “हे बाप स्वर्ग अर जमीन का प्रभु, मी तोरो धन्यवाद करत हूँ कि तू न इन बात ग्यानियो अर समझदार हुन से छिपा रखिए अर पोरिया हुन पर पर प्रगट कियो। हाँ, हे बाप, काहेकि तोखा यु चोक्खो लगे।
काहेकि जब परमेस्वर ख ग्यान को जसो दुनिया न ग्यान से परमेस्वर ख न जानो, ते परमेस्वर ख यू अच्छो लगो कि यू प्रचार कि मुर्ख हुन ख व्दार विस्वास करन वालो ख उध्दार दे।