35 तब लुद्दा अर सारोन क सब रहन वाला ओ ख देख ख प्रभु की ओर फिरा।
35 तेबे लुद्दा आउर शारोन चो सपाय रतो बितामन हुनके दकुन भाती परबु चो बाटे फिरला।
प्रभु की सामर्थ ओ पर हती, अर ढ़ेर सारो इंसान भरोसा कर ख प्रभु की तरफ फिरया।
या बात पुरो याफा म फैल गयो; अर ढ़ेर सारो न प्रभु पर भरोसा कियो।
अऊर जब कभी उनको मन हुन प्रभु की ओर फिरे हैं, ते तब उ परदा अलग कर दियो जाय हैं।
उ तरीका से प्रभु को वचन बड़ी जोर सोर फैलते अर सब तक पहुँचा गया।
दो साल तक असो ही होते रयो, ऐको मतलब असो भयो कि आसिया ख रहन वाला का यहूदी का यूनानी सब न प्रभु को वचन सुन लियो।
ऐको लाने मोरो विचार यू हैं की दुसरी जात म से जो इंसान परमेस्वर की तरफ फिरत हैं, हम उनका दुख नी दे;
अर यू तरीका परमेस्वर को वचन फैलातो गयो अर यरूसलेम म चेला हुन की गिनती बेजा बढता गयो; अर याजक हुन को बड़ो समाज इ मत ख मानन वाला हो गयो।
पर वचन सुनन वाला हुन म से बेजा हुन न विस्वास कियो, बढन वाला बेजा झन की गिनती म पाँच हजार होई गयी।
हर दिन प्रभु उन ख समूह म जोडत हतो, सब लोग हुन सद भावना को खुसी ले ख परमेस्वर की स्तुति करते हुयो अर वे हर दिन प्रभु उन ख समूह म मिलयो करह हैं।
पतरस न ओसे कय्हो, “हे एनियास! यीसु मसी तो ख चंगो करह हैं। उठ, अपनो बिछोना बिछा ठिक कर।” तब वी तुरंत उठ खड़ो भयो।