33 जब महा सभा का सदस्य हुन न यू सुनो ते वी आग बबुला हो गयो अर प्रेरित ख मर डालनो चाहयो।
33 ऐ सुनुन भाती हुनमन कुचर होला, आउर हुनमन के मारून देऊक चाहला।
ओको घरवालो यूसुफ धीरे से मरियम ख छोड़ देन को विचार करत रहा, काहेकि उ धर्मी इंसान हतो रा। अऊर मरियम ख बदनाम नी करन की सोचत रा।
भई, भई का, अऊर बाप पोरिया ख, मार खलान को लाने सोपेगो, अऊर पोरिया पारी माय बाप को बारे म मार ड़ालन को लाने उठ ख उनका मरवा ड़ालेगो।
चेला को गुरू को, अर नउकर को मालिक को बराबर होनो ही बेजा हैं। जब उनना घर को मालिक ख सैतान बोल दियो। ते ओको घरवाला ख का कुछ नी बोलन का?
अऊर ते वी दुख देन ख लाने तुम ख पकड़वाएगो, अर तुम ख मार डालेगो, अर मोरो नाम को कारन सब जाति हुन ख अदमी तुम से बुराई रखेगो।
उही बखत सासतिरी अर प्रधान पुजारी न ओ ख पकड़नू चाहयो, काहेकि वी समझ गयो हते कि ओ न हम पर यू उदाहरन कय्हो, परन्तु वी लोग हुन से डरा हैं।
परन्तु वी तुम से बाहर होकर आपस म विवाद करन लगियो कि हम यीसु ख संग का करे?
जो बात मी न तुम से कही रह, ‘दास अपनो प्रभु से बड़ो नी होवा,’ ओखा याद रखनू। अदि उन ना मोखा सतायो, ते तुमका भी सताएँगो; अदि उन न मोरी बात मानी, ते तुम्हारी भी मानेगो।
वी तुमका प्रार्थना करन को मन्दिर म से निकाल देगो, इत्तोइच नी पर उ बखत आवा हैं, कि जे कोई तुमका मार ड़ालेगो उ समझेगो कि मी परमेस्वर कि सेवा करुँ हैं।
तब सुनन वाला हुन क मन छिद गया अर वी पतरस तथा अर प्रेरित हुन से पूछन लगियो, “हे भई हन, हम क करे?”
वी या बात तक ओकी सुनते रया, तब बड़ी जोर से चिल्लायो, “असो अदमी ख मार ड़ालो; ओको जिन्दो रहनू ठीक नी हाय।”
जसा ही सभा अदमी हुन न स्तिफनुस कि बात हुन ख सुनी ते वी घुस्सा से आग बबुला हो ख उठायो अर ओपर दाँत पीसन लग गया।
बेजा रोज बीत जान को बाद यहूदी हुन न ओखा मार डालन को लाने पिलान बनायो।