यीसु न ओसे कय्हो, “जब तक दुला संग म हैं का बाराती हुन दुख मना नी सका हैं?” अऊर वी दिन आहे जब दुला उनको बीच म से अलग करो जाहे, उत्ती बखत से वी उपास करनो सुरू करे।
पर यहूदी हुन घुस्सा से भर ख फालतु घुमन वाला कुछ पापी इंसान हुन ख अपनो संग म लियो, अर भीड़ जोड ख सहर म हल्ला मचान लगया अर यासोन को घर प चडाई कर ख उन ख इंसान हुन को सामने लानो चाहयो।
जब बेजा झगड़ा भयो ते पलटन को मुखिया (सरदार) न यू डर से कि वी पोलुस को टुकड़ा टुकड़ा नी कर डाले पलटन का आदेस दियो कि उतर ख ओ ख उनको बीच म से जबरदस्ती निकाले, अर गढ़ म ले जाव।
“अर जब जान लियो कि किलिकिया को आय ते ओसे कय्हो, जब तोरो मुद्दई भी आएँगो, ते जब नी तोरो मुकदमा करुँ।” अर ओ न ओ ख हेरोदेस को किला म पहरा म रखन को आग्या दी।
अर मी न यरूसलेम म यसो ही करियो हतो अर प्रधान याजक हुन से हक पा ख ठेर सारा सुध्द अदमी हुन ख जेल म ड़ालियो, अर जब वी मर जात रा ते मी भी उनको विरोध म अपनी गवाही देत रा।
पोलुस न कय्हो, “परमेस्वर से मोरी प्रार्थना आय कि क थोड़ो म क ढ़ेर सारो म, केवल तू ही नी पर जितना लोग आज मोरी सुन हैं, इ बन्धन हुन ख छोड़ वी मोरो समान हो जाएगो।”
पर मी जो कुच भी कहूँ हैं, परमेस्वर को किरपा से हैं। ओको आसीर्वाद जो मोखा पर भयो हैं, उ बेकार नी हुयो हैं; पर मी न उन सबसे बढ़ ख मेहनत भी करियो: तेभी यू मोरी तरफ से नी हुयो पर परमेस्वर का आसीर्वाद से जो मो पर हतो।
तुम एक दूसरा से दूर मत रह; मगर केवल थोड़ी देर बखत तक आपस की मर्जी से कि प्रार्थना का लाने जोतिस बतान मिले, अऊर फिर एक संग रय्हे; असो नी हो कि तुमारो उपस्ति नी रहना का सैतान तुम ख जाँचे।
मी न बेजा मेहनत करियो अर बेजा सी रात हुन जागते हुऐ गुजारी हैं। मोखा अकसर जोवन ख नी मिल हैं। भूखो अर प्यासो, ठण्ड अर कपड़ा हुन को अभवा यू सब म सहे ते रयो;
काहेकि, भई अऊर बहिन हुन! तुम ख हमारो कड़ी मेहनत करनो याद होए। तुमरो बीच परमेस्वर को सुसमाचार प्रचार ख फैलाते घड़ी हम दिन-रात काम काज करते रया, जसो कोई पर बोझ नी डाले।
अपनो अगुवो को आदेस मानो अर उन को अधीन रहो, काहे कि वी उन को समान तुमारी जान को लाने जगयो रह हैं, जिन ख लेखा देनो पड़े वी यू काम खुसी से रहे, नी की ठंडी साँस ले-ले ख, काहे कि या दसा म तुम ख कोई फायदा नी।
जो दुख तोखा भोगनु होये, उन से मत डरा। काहेकि देखनो, भूत तुम म से कोई ख जेल खाना म ड़ालन पर हैं ताकि तुम ख परखो जाय; अर तुम ख दस रोज तक दुख उठानो पढे। जान नीकलन तक भरोसा करजो, ते मी तोखा जीवन को मुकुट देऊगो।