नास होन वालो खाना को लाने मेहनत मत करो, पर उ खाना को लाने जो अमर (अनन्त) जीवन तक ठहरो रहवा हैं, जोका इंसान को पोरिया तुम ख देहे; काहेकि बाप ऐकोमतलब परमेस्वर न ओपर मोहर लगायो हैं।”
अब्राहम लिग खतना करवायो विस्वास को नेक इंसान गिनो गयो ओको ऊपर मुहर को रूप म खतना को चिन्ह लग गयो ऐको का उ उन सब को बाप बनो जे खतना करवायो बिना विस्वास कर हैं जे ख उनको विस्वास को दुवारा उ नेम व्यक्ति मानो जाहे।
जेका कान होए उ सुन ले कि आत्मा कलेसिया हुन से का बोला हैं। जो जीत ख आहे, ओखा मी लुकई वाली मन्ना म से देहूँगो, अऊर ओखा एक सपेत पत्थर भी देऊगो; अर उ पत्थर पर एक नाम लिखियो होए, जेका ओको सिवाय अऊर कोई नी जानन का।
उनसे कय्हो गयो कि न जमीन की घास का, न कोई हरियाली ख, न कोई झाड़ क नुकसान पहुँचायो, सिरप वी इंसान ख नुकसान पहुचायो जिनको माथा पा परमेस्वर कि छाप नी हाँय