31 अदि हम ख अपनो तुम ख परखे ते सजा नी मिले।
31 अगर आमी आपन खुद के जाचतु तो डण्ड नी पावतु।
एकोलाने अदमी अपनी तुम ख परखे ले अऊर यी तरीका से यी भोज म से खाऐ, अऊर यी कटारो म से पीए।
यू तीरका तुम म बेजा सारा सो दुखी अऊर बीमार हैं, अऊर बेजा सारा मर भी गया।
अऊर प्रभु हम ख सजा दे ख हमारी परख हैं, एकोलाने कि हम ख दुनिया को संग दोसी नी रह।
अदि हम ख अपनो अधर्म हुन ख मान लेवा, परमेस्वर हमारो पाप हुन ख माप करन अर हम ख सब बुरी से सुध्द करन म विस्वास लायक अर धर्मी हैं।
एकोलाने याद कर की तू किते से गिढ़ियो हैं, अर मन ख फिरा अऊर पहले को जसो काम कर। अदि तू मन नी फिरान को ते मी तोरो जोने आ ख तोरी दीवट हुन ख वा जगा से बगल कर देहूँगो।