9 पय मूरुख के झगडा, अउ पुरखन अउ बिरोध अउ लडाइयन लग जउन बेवस्था के बारे हे होय ऊ बचे रहै, काखे ऊ आधा अउ बेकार हबै।
अगर मोके आगू कर बात करै के बरदान पाय हो, मै सब लुके बातन के जानथो, अउ मोके सगलू ग्यान मिल गय होय, मोर बिस्वास एतका मजबूत होय कि मोर कहे लग डोंगर अपन जिघा लग टर जाय, अगर मै माया नेहको रखिहों ता मै कुछु नेहको हबो।
मूरतिन के आगू बलि करे हर चीज के बारे हे हम जानथन कि हम सब ग्यानी हबन, सही हे ग्यान हमही घमंड बनाथै, जबकि माया हमही उन्नत करथै।
पय असुध्द अउ डोकरिन के बनाय हर किस्सन लग दुरिहां रहा, अउ भक्ति के साधना के।
हइ बातन के सुरता उनके दिला अउ परभु के आगू गुठे दे बातन हे बाद बिबाद झइ करै, जेखर लग कुछु फायदा नेहको होथै पय सुनै बाले बिगड जथै।
पय असुध्द फालतू लग बचे रह, काखे असना मनसे अउ अभक्ति हे बढत जइहिन,
पय मूरखता अउ अविद्दा के बिबादन लग अलग रह, काखे तै जानथस इनखर ले झगडा सुरुवात होथै।
अउ यहूदियन के कथा किस्सा अउ उन मनसेन के आदेस हे मन झइ लगामै, जउन सही लग भटक चुके हमै।
तुम्हर बीच डाह अउ लडाई झगडा कछो लग आथै? का उन सुख बिलास तो नेहको, जउन तुम्हरे अंगन लग लडत भिडत हबै?