14 अउ यहूदियन के कथा किस्सा अउ उन मनसेन के आदेस हे मन झइ लगामै, जउन सही लग भटक चुके हमै।
मोर निता उनखर उपास बेकार हबै, काखे उनखर सिक्छा सिबाय मनसेन के दवारा बनाय हर नियम हबै।
ई बेकार हे मोर उपास करथै, काखे हइ मनसेन के, बात के भगवान के बात कथै।
पय अब जउन तुम भगवान के जान लेया ता भगवान तुमके जान लइस, ता उन ढिलवा अउ अदबिलोन सिक्छा के बातन के तरफ काखे फिरथा, जिनखर तुम फेरै लग गुलाम होमै चाहथा?
हइ सगलू मनसे के आदेस हबै, मानवीय सिधान्त हे आधारित हबै अउ असना वस्तु लग सबंध रखथै, जउन निस्तार हे आमै लग नास हुइ जथै।
उन अपन कान के सही लग फेर लइहिन अउ किस्सा हे धियान दे लगहिन।
हइ जानके कि असना मनसे रास्ता लग भटक गय हबै अउ खुद के दोसी मानके पाप करत रथै।
तुम सचेत रहा, तुम बोलै बालेन के बात सुनै हे अनसुना झइ करा, जउन मनसे भुंइ हे चेतावनी देय बालेन के आरो के अनसुना के दय रहिन, अगर उन नेहको बच सकिन, ता हम कसके बच सकब, अगर हम स्वरग लग चेतावनी देमै बाले के आरो अनसुनी के देब?
उनखर चाल चलन हइ कहावत हे ठीक बइठथै, “कुकरा अपनेन ओछरे हर के फेरै खथै” अउ “नहवाय हर सुअरनी फेरै चिखला हे जाय के लोटथै।”