18 इहैनिता भगवान जेखर उप्पर दया चाहथै, ओखर उप्पर दया करथै अउ जेही चाहथै, उके कठोर बनाय देथै।
“भगवान उनखर आंखिन के अन्धरा, अउ उनखर मन ठोस कर दय हबै, ताकि उन अपन आंखी लग झइ देख सकै, अउ दिमाक लग झइ समझ पामै, अउ मोर पल्ला झइ मुड सकै, जेखर लग मै उनही निक्खा कर सको।”
हे मोर भाइयो हइ बात लुकेहर बात सही हबै तुमही कथो, हइ बात मनसेन के चलाही, कि तुम केतका दिमाक बाले हबा, इस्राएली मनसेन के हइ हरमेसा के ढीठ नेहको हबै, फेर हइ तब तक चली जब तक पूर गैर यहूदी भगवान के लिघ्घो नेहको आय जही।
ताकि ओखर महिमा अउ किरपा के बडाई होय, ऊ अनुगरह किरपा हमही ओखर पिरिया टोरवा के दवारा मिलिस,