यीसु फिर के अपन चेला के पल्ला देखथै, अउ पतरस के गधार के कथै, “हे भुतवा, मोर आगू लग दुरिहां हुइ जा। काखे तै भगवान के बातन के नेहको, पय मनसे के बातन हे मन लगाथस।”
पय तुम पापी आदत के नेहको पय पवितर आतमा हे होय अगर सहीमा तुम्हर हे भगवान कर आतमा रथै, जउन मनसे के भित्तर मसीह के आतमा नेहको रथै, ऊ मसीह के नेहको हुइ सकै।
बिना आतमा के मनसे भगवान कर आतमा के बात के गरहन नेहको करथै, काखे इनही ऊ मूरुख मानथै अउ उके समझै लग बाहिर हबै, काखे आतमा के सहायता लग ऊ सिक्छा के परख पवितर आतमा के दवारा करे जथै।
खास करके उन मनसेन के, जउन देह के असुध्द कामन हे लिप्त रथै अउ भोग बिलास हे जीवन गुजारत हबै, अउ सासक के बेकार समझथै, उन ढीठ, घमंडी मनसे अउ स्वरगी जन तक के निन्दा करै लग नेहको डेराय,