अउ स्वरग के पहिले पइदा सिध्द मनसेन के मंडली अक जिघा होथै, जउन सब के नियाव करैबाले भगवान पूरी तरह लग पाय हर धरमी कामन के आतमा, जेखर नाम स्वरग हे लिखे हर हबै।
पिरिया अब हम भगवान के लरका हवन, अउ अब हइ परगट नेहको हुइस कि हम का बनब हम एतका जानथन कि जब मसीह परगट होही ता हम ओखर जसना बन जाबे, काखे हम उनही ओसनेन देखबो जसना कि ऊ सहीमा हबै।