जउन हमर उप्पर अपन मालिक के छाप लगाइस अउ हमर भित्तर गवाही के रूप हे ऊ पवितर आतमा हमर मन हे दइस जउन हइ बात के साबूत हबै, कि जउन दे का बचन ऊ हमके दय हबै, उके ऊ हमके देही।
ऊ आतमा हमर वारिस के रूप हे जमानत के रूप हे ऊ टेम तक हे दइ दय गय हबै, जब तक कि ऊ हमही जउन ओखर अपन हबै पूर मेर लग मुकति नेहको दइ देथै, एखर कारन मनसे ओखर महिमा के बडाई करै।
पिरिया अब हम भगवान के लरका हवन, अउ अब हइ परगट नेहको हुइस कि हम का बनब हम एतका जानथन कि जब मसीह परगट होही ता हम ओखर जसना बन जाबे, काखे हम उनही ओसनेन देखबो जसना कि ऊ सहीमा हबै।