21 कि खुदय दुनिया बिनास के गुलाम लग मुकति पाय के भगवान कर टोरवा के महिमा अउ आजाद के मगन होही।
जरूरी हबै कि ऊ स्वरग हे ऊ टेम तक रही, जब तक कि हइ सगलू बात पहिलेन जइसन सुधारे नेहको जही, बोहत पहिलेन लग जेखर बारे हे भगवान अपन पवितर ग्यानी मनसेन के दवारा गुठे हबै।
काखे हइ दुनिया बडी आसा के संग ऊ टेम के ओरगे हबै, जब भगवान कर टोरवा के परगट करे जही।
इन सगलू बातन के देखत हम काहिन कह सकथन? अगर भगवान हमर पल्ला हबै ता हमर बिरोध कोहर कर सकथै।
मरे हरन के जिन्दा होमै के बारे हे हइ बात हबै, जउन बोय जथै, ऊ नास हुइ जही, जउन जी उठथै ऊ नेहको मरै बाले हबै।
अक्कै बेर अउ हइ सब्द लग इसारा मिलत हबै कि जउन चीज डोलाय जही, उन सिरजे हर चीज होय के कारन टर जही अउ जउन नेहको डोलाय जही उन बने रही।
पय हम भगवान के टीमा के जसना हम अक्ठी नबा बादर अउ अक्ठी नबा दुनिया के ओरगे हबन, जिछो धरमी काम करै बाले निबास करही।
तब फेर मै अक्ठी नबा स्वरग अउ नबा भुंइ देखो, काखे पहिला स्वरग अउ पहली भुंइ भुलाय चुके रथै अउ ऊ समुन्दरो नेहको रहिस।