2 काज होय हर डउकी ऊ अपन डउका के नियम लग बंधे रथै, जब तक ऊ जिन्दा रथै, अगर डउका मर जथै, ता ऊ अपन डउका के बंधन लग आजाद हुइ जथै।
इहैनिता अगर कउनो डउकी के डउका के जियत जउन कउ दूसर डउका के हुइ जाय, ता उके बेभिचारनी कहाथै, पय ओखर डउका मर जइ, ता ऊ मूसा कर नियम के जसना ओखर लग आजाद हुइ गइस अउ कउनो दूसर डउका के संग रहै लग जाय, ता कउनो पाप नेहको हबै।
पय अब नियम लग मुकति मिल गय हबै, काखे जउन नियम हमही बांध के धरे रथै, ओखर निता हम मर गय हबन, अउ अब पुरान नियम के दवारा नेहको बलुक आतमा के नबा रीति के दवारा हम अपन भगवान के सेबा करथन।
जब तक कउनो डउकी के डउका जिन्दा हबै, तब तक ऊ ओखर लग बन्धररे हबै, अगर ओखर डउका मर जथै, ता ऊ अपन इक्छा लग दूसर काज करे लग आजाद हबै, पय जरूरी इहो हबै कि ऊ डउका परभु हे बिस्वास करत होय।
डउकी अपन देह के हक नेहको, ऊ डउका के हक हबै अउ ओसनेन डउको अपन देह के हक नेहको, ऊ डउकी के हबै।