11 काखे पाप आदेस लग फायदा उठायके मोके नर दइस अउ मारो दइस।
काखे बलुक नियम के पालन करै के दवारा कउनो मनसे भगवान के आंखी हे धरमी मनसे घोसित नेहको हुइस, मूसा कर नियम के दवारा पाप के चिन्हारी होथै।
तब का ऊ, जउन निक्खा हबै, मोर निता मिरतू के कारन हुइ गइस? बिलकुन नेहको, भलाई के दवारा पाप मोर हे मिरतू पइदा के दइस, कि पाप के पाप के रूप हे परदरसित करे जाय अउ आदेस के दवारा हइ बोहत पापमय परमाडित हुइस।
हइ आदेस लग फायदा उठायके पाप मोर हे सबमेर के लालच पइदा करिस, नियम के कारन पाप मरे हर हबै।
अपन पुरान चाल चलन के जीवन के छांड दा जउन भरमामै बाले अउ अभिलासा धोखा के चाहत लग बिगडत हबै।
जब तक “आज” के रोज कहाथै, तुम सबरोज अक दूसर के उकसाउत रइहा, जेखर लग कउ पाप के जाल हे पड के कठोर झइ बन जाय।
पय बचन हे चले बाले बना, न कि सुनै बाले, जउन खुद के धोखा देथै।
अगर कउ मनसे खुद के भक्त समझथै अउ फेर अपन जीभ हे रोक नेहको लगाथै, ऊ अपन मन के धोखा हे रखथै अउ ओखर महिमा बेकार हबै।