पय आगू दमिस्क के, फेर यरुसलेम के अउ तब यहूदिया के सगलू देस के रहैबालेन के, अउ गैर यहूदी के मै हइ परचार करव, कि उन पछताप करय, भगवान के पल्ला मुडै अउ मन बदलै के काबिल काम करै।
तीसर रोज के बाद ऊ यहूदी के मुखिया मनसेन के बुलवाथै, अउ जब उन अक जिघा हुइन ता ऊ कथै “हे भाइयो, मै अपन मनसेन के या दाय-बाफ के बेउहार के बिरोध हे कुछ नेहको करव, तउमा बन्दी बनाय के यरुसलेम ले रोमन के हाथ सउपे गइस।
ई नबीनता हे कउनो भेद नेहको रथै, एहमा न यूनानी हबै, न यहूदी न खतना हबै, न खतना के अभाव न जंगलिहा हबै, न स्कूती, न हरवाह अउ न आजाद, केबल मसीह हबै, जउन सगलू कुछु अउ सब हे हबै।
काखे नियाव के टेम सुरू हुइ गय हबै अउ हइ खुद भगवान के मानै बालेन लग सुरू होही, अउ अगर हइ सबले पहिले हमर लग सुरू होथै, ता उनखर आखरी का होही, जउन भगवान के संदेस हे बिस्वास नेहको करथै?