19 तुम्हर नियम मानै के चरचा सगलू मनसे हे बगर गय हबै, इहैनिता मै तुम्हर बारे हे खुसी हबो, पय मै हइ चाहथो कि तुम भलाई के निता होसियार अउ बुराइन के निता सीधा बने रइहा।
कि तुम हइ बुरी अउ भ्रस्ट पीढी हे भगवान के निरदोस टोरवा के रूप हे खुद के निस्कपट अउ निसपाप साबित के सका कि तुम हइ दुनिया हे जलत चिमनी के जसना चमकत दिखाई देथा।
तुम हे मसीह के बचन के इक्छा के जसना पूरी तरह लग मन हे बसय देया, अक दूसर के सिध्द ग्यान हे सिक्छा अउ चेतन्त देया अउ भगवान के परति अच्छी सोगत धन्यबाद के संग महिमा, भजन अउ आतमिक गीत गाबा।