तब सेनापति सरदार आदेस देथै, कि पोलुस के अकेले हे लइ जाय, ऊ कथै, कि कोडा लगाय-लगाय के ओखर लग पूछ तांछ करे जाय, ताकि पता होय कि ओखर उप्पर मनसेन के हइ मेर चिल्लाय का कारन हबै।
फेस्तुस कथै, राजा “अग्रिप्पा अउ सगलू इहां आय हर मनसे, तुम हइ मनसे के देखथा, जेखर बारे हे सगलू यहूदी समाज यरुसलेम हे अउ इहां मोर लग चिल्लाय-चिल्लाय के मांग करथै, कि इके अब अउ जिन्दा नेहको रहै चाही।
परभु मोर संग रथै अउ उन मोके सक्ति दय रथै कि मोर दवारा संदेस के घोसना पूरी तरह खतम हुइ जाय अउ सगलू दूसर जात के मनसे इके सुन सकै, मै बघवा के मुंह लग बचाय लय गय हव।