7 काखे हमर मसे कउनो अपन निता नेहको जीथै, अउ न कउ अपन निता मारथै।
काखे मसीह इहैनिता मरिस अउ जिन्दा हुइ गइस, कि ऊ मरे हर मसे अउ जिन्दन के, दोनोन के परभु हबै।
काखे मै हइ जानथो, कि न तो मिरतू, न जीवन, न स्वरगदूत, न परधान, न भभिस्य, न सक्ति,
अउ ऊ सब मनसे के निता मरिस काखे जउन मनसे जिन्दा हबै, ऊ अब आगू बस अपन निता जियत रहै, बलुक ओखर निता जिया जउन मरे के बाद फेरै जिन्दा के दय गय हबै।
यीसु मसीह हमरे निता मरिस, जेखर लग हम चाहे जिन्दा रही, या मर गय होंय, ओखर संग जीवन बितइ।
जउन खुद के हमर निता दय दइस, ताकि हमके सबैमेर के अधरम लग छंडाइस, अउ सुध्द करके अपन निता खास मनसेन के तइयार करै, जउन निक्खा काम करै के निता तइयार होय।
इहैनिता अब ले तुम्हर बाकी देह जीवन मन के इक्छा के पूर करै के नेहको, पय भगवान के इक्छा के जसना अपन बाकी जीवन गुजारा।