इहैमेर सगलू यहूदिया, गलील अउ सामरिया कर मंडली के सान्ति हे दिन गुजारथै। ऊ मंडली सक्तिसाली होमय लगिस अउ पवितर आतमा के उतसुक पाय के सक्तिसाली हुइस अउ उन गिनती हे बढत गइन, काखे उन परभु के डेराय कर अपन जीवन बइतीत करथै।
का तुम हइ नेहको जानत हबा कि जुरुम करै बाले मनसे भगवान कर राज के हकदार नेहको होही? धोखा हे झइ रहा, बेभिचारनी, मूरती पूजा, पराय डउकिन के संग गलत काम, लुचपन, पराय डउकन के संग गलत काम,
“खाना हमही भगवान के लिघ्घो नेहको पहुंचाय सकथै।” अगर हम मूरती हे चढाय हर परसाद नेहको खाबो ता ओखर लग हमही कउनो नुसकान नेहको, अउ अगर हम ऊ परसाद के खथन, ता ओखर लग हमही कउनो फायदा नेहको होही।
अउ उनखर संग पूर रूप लग अक्ठी हुइ जांव, मोके अपन धरमी काम के नेहको, जउन नियम के पालन लग मिलथै, बलुक ऊ धरमी काम के भरोसा हबै, जउन मसीह हे बिस्वास करै लग मिलथै, ऊ धरमी काम के उदगम भगवान हबै अउ ओखर आधार बिस्वास हबै।
कइन मेर के सिक्छा के बहकाबा हे झइ बहि जइहा, काखे मन के निता सही हबै कि ऊ अनुगरह के दवारा मजबूत करे जाय न कि खाय पिये के चीज लग, खाना पीना के रीति रिबाज के दवारा कउनोन के फायदा नेहको हुइस।
यीसु मसीह के हरवाह अउ चेला समोन पतरस के हइ चिट्ठी उन मनसेन के नाम हबै, जिनही हमर भगवान अउ मुकति करै बाले यीसु मसीह, के धरमी काम के दवारा हमर जसना बिस्वास के कीमती बरदान मिले हबै।