8 अक दूसर लग माया करैका छांडके दूसर कउनो बातन के करजदार नेहको होय चाही, काखे जउन दूसर के माया करथै, ऊ मूसा कर नियम के मान लय हबै।
इहैनिता जसना बेउहार अपन निता तुम दूसर मनसेन लग चाहथा, ओसनेन बेउहार तुमो उनखर संग करा, काखे मूसा कर नियम के किताब अउ ग्यानी मनसे के सिक्छा इहै हबै।
मै तुमही अक्ठी नबा आदेस देथो, कि तुम अक दूसर लग माया करा, जसना मै तुम्हर लग माया करथो, ओसनेन तुमो अक दूसर लग माया करा।
माया परोसी के संग बुरा नेहको करथै, इहैनिता जउन माया करथै, ऊ नियम के पूर करथै।
जेही जउन कुछु देय जाय के निरधारित हबै, उके ऊ देया, जेही पइसा देय के हबै, उके पइसा देया, जेही पइसा उके पइसा देया, जेखर लग डरै का चाही, ओखर लग डर अउ जेखर इज्जत जरूरी हबै, ओखर इज्जत करा।
काखे सगलू नियम हइ अकठिन आदेस हे पूर हुइ जथै, “तै अपन परोसी लग अपन जसना माया करा।”
पय सब लग बडी बात हइ हबै कि आपस हे माया भाव बनाय रखा, ऊ सब कुछ अकजुट हे बंधर के परिपूरता तक पहुंचा देथै।
हमर आदेस के उदेस्य हबै, निक्खा सुध्द मन, अउ बढिहा सोंच अउ निस्कपट बिस्वास लग माया पइदा होथै।
पवितर किताब के बचन जसना कथै, “तुम अपन परोसी के अपन जसना मेर माया करिहा” ता मूसा कर राज नियम के पूर करथा, ता तुम निक्खा करथा।
भगवान के लरका कउन हबै? अउ भुतवा के लरका कउन हबै? तुम उनके हइमेर जान सकथै, सगलू मनसे जउन धरमी के काम हे नेहको चलथै अउ अपन भाई के माया नेहको करथै, ऊ भगवान के नेहको हबै।