3 सरदार निक्खा काम करै बालेन हे नेहको, बलुक बेकार काम करै बालेन हे डर पइदा करथै, का तुम साहबन के डेर लग आजाद रहै चाहथा? ता उहै काम करा जउन सही हबै अउ उन तुम्हर परसंसा करही।
काखे उन तुम्हर अच्छाई के निता भगवान के हरवाह हबै पय अगर तुम बेकार काम करथा, ता उनखर लग डर, काखे ओखर हाथ हे तलबार बेकार नेहको हबै, ऊ भगवान के चुने हर सेबक हबै, ओखर क्रोध के साधन हुइके कुकरमिन के सजा देथै।