इहैनिता मै तुमही गुठेथो, कि मै तुम्हर लिघ्घो ग्यानी मनसे अउ दिमाक बाले अउ गुरू के पठोहूं, तुम उन मसे कुछ के मार डरिहा अउ बोहतन के क्रूस हे टंगइहा अउ कुछ के अपन मंडली हे कोडा मरिहा अउ सहर-सहर हे मारत फिरिहा।
भगवान हइ कथै, कि मै आखरी के रोज, हे सगलू मनसे हे अपन आतमा दइहों, ता तुम्हर टोरवा टोरिया आगू कर बात गुठेही, अउ तुम्हर जबान दरसन देखही, अउ तुम्हर सियान सपना देखही।
अउ मोके दय गइस बडी अनुगरह के दवारा मै तुम्हर मसे सगलू के बिनती करत कथो, कि कउनो खुद के बोहत झइ समझै, पय खुदय के बारे हे तुम्हर गिनती भगवान दवारा दय गइस बिस्वास के परिनाम जसना होय।