22 भगवान के दया अउ कठोरता हे बिचार करा गिरे हर मनसेन के निता कठोरता अउ भगवान तुम्हर निता किरपा अगर तुम सहीमा उनखर किरपा के खेरवा हे बने रथा, नहि ता तुमही काट के अलगे के दय जही।
इहैनिता जब मोर लग नेहको रहे गइस, ता तुम्हर बिस्वास के बारे हे जानै के निता तीमुथियुस के पठोयों, कि कहुं असना झइ होय कि परिक्छा करै बाले तुम्हर परिक्छा करे होय, अउ हमर मेहनत बेकार हुइ जाय।
पय भगवान के घराना हे मसीह तो अक्ठी टोरवा के रूप हे बिस्वास करै के ओग हबै अउ अगर हम अपन हिम्मत अउ ऊ आसा हे बिस्वास के बनाय रखथन ता हमिन ओखर घराना के हबन।
हइ मनसे सही हे हमर संगति के नेहको रथै, अउ इहैनिता हमके छांड दइन, अगर उन हमर संगति के होतिन ता हमर संग रहथै पय उन कड गइन ताकि हइ स्पस्ट हुइ सकै उनखर मसे कउनो सही हे हमर नेहको रथै।
इहैनिता सुरता कर कि तै कछो लग गिरे हबै अउ मन फिरा अउ उन कामन के कर, जउन पहिले के जसना काम करत रथस। अगर तै मन नेहको फिरइहे, ता मै तोर लिघ्घो आयके तोर चिमनी के ओखर जाघा लग हटाय देहुं।