पय अगर कुछ डगइल टोरे गइस अउ तुम जउन अक्ठी जंगली जैतून हबा, उनखर हे लगाय गय हबा अउ उनखर संग जैतून रूख के जर के अंग होय के कारन अच्छी किसम के सहभागी बन गय हबा।
भगवान के दया अउ कठोरता हे बिचार करा गिरे हर मनसेन के निता कठोरता अउ भगवान तुम्हर निता किरपा अगर तुम सहीमा उनखर किरपा के खेरवा हे बने रथा, नहि ता तुमही काट के अलगे के दय जही।
काखे जब तुम हइ सगला जानथा तबो मै तुमके सुरता दिलामै चाहथो कि परभु अक्कै बेर इस्राएलियन के मिस्र देस लग छंडाय रथै, पय बाद हे उन मनसे के नास के दइस जिनही बिस्वास नेहको करे रथै।