11 काखे पवितर किताब हइ कथै, जउन कउ ओखर हे बिस्वास करही ऊ बेज्जती नेहको होही।
काखे नियाइपन के निता मन लग बिस्वास करै लग धरमी मनसे ठहरथै, अउ मुंह लग सुइकार करै लग उके मुकति मिलही।
जसना लिखवरे हबै, देखा, “मै सियोन हे अक्ठी पथरा रखथो, जउन ठोकड दिलाथै अउ परिक्छा हे डालै बाले पथरा धरथै, पय ऊ जउन ओहमा बिस्वास करथै, उके कबहुन निरास नेहको होमैके हबै।”
इहैनिता पवितर किताब हे लिखवरे हबै, “देखा, मै सियोन डोंगर अक्ठी चुने हर कीमती कोन्टा के पथरा धरथो, अउ जउन कउ ओखर हे बिस्वास करही, उके कउनो मेर के लज्जित नेहको होमैके पडही।”