17 काखे ऊ मेमना जउन राजगद्दी के बीच हे हबै, उनखर देखभाल करही, ऊ उनके जीवन दे बाले पानी के झरना के लिघ्घो लइ जही अउ भगवान उनखर आंखी के हर आंसू के पोंछ देही।”
हे बैतलहम, जउन यहूदा के परदेस हे हबै, तुम कउनो मेर लग यहूदा के अधिकारी सहर मसे नान नेहको हवस, काखे तुम्हर लग अक्ठी राजा निकडही, जउन मोर मनसे इस्राएल कर बरेदी होही।
यीसु जबाब देथै, अगर तै भगवान के बरदान के जानथस अउ इहो जानथस कि ऊ कउन हबै जउन तोर लग कथै, “मोके पानी पिला, ता तै ओखर लग मांगबे अउ ऊ तोके जीवन के पानी देही।”
तुमही भगवान के जउन झुन्ड सउपे गय हबै, ओखर बरेदी बना, भगवान के इक्छा के जसना उनखर देखरेख करा दबाव हे नेहको, पय अपन इक्छा के जसना, पइसा के लालच के निता नेहको पय सुध्द सेबा भाव लग,
भगवान उनखर आंखी लग हर अक्ठी आंसू पोंछ डालही अउ उहां अब न कबहुन मिरतू होही, न सोक के कारन कउ रइहिन अउ न कउनो पीरा, काखे हइ सगलू पुरान बात समापत हुइ चुके हबै।”
तब मै राजगद्दी के लिघ्घो चार परानी अउ सियानन के बीच ठाढ अक्ठी गेडरा के देखो, ऊ माना बलि चढाय हर गेडरा रथै, ओखर सात सींग अउ सातठे आंखी रथै, हइ भगवान के सात आतमा हबै जिनही भगवान सगलू भुंइ हे पठोय हबै।