जउन कउनो मनसे चाल खराब बाले अउ पापिन के जात के बीच हे मोर बातन के सुनै, अउ माने के निता लजाही, ता मनसे कर टोरवा जब पवितर स्वरगदूत के संग अपन बाफ के महिमा के संग सजा दे आहुं ता महुं लजाहूं।
तब मै राजगद्दी के लिघ्घो चार परानी अउ सियानन के बीच ठाढ अक्ठी गेडरा के देखो, ऊ माना बलि चढाय हर गेडरा रथै, ओखर सात सींग अउ सातठे आंखी रथै, हइ भगवान के सात आतमा हबै जिनही भगवान सगलू भुंइ हे पठोय हबै।
काखे ऊ मेमना जउन राजगद्दी के बीच हे हबै, उनखर देखभाल करही, ऊ उनके जीवन दे बाले पानी के झरना के लिघ्घो लइ जही अउ भगवान उनखर आंखी के हर आंसू के पोंछ देही।”