21 बचे हर मनसे घुडसबार के मुंह लग निकडे बाले तलबार लग मारे गइन अउ सगलू चिरइया उनखर मांस खाय के तुल्य हुइ गइन।
ऊ अपन दहिना पल्ला हाथ हे सातठे तरइया लय हर रथै, ओखर मुंह लग तेज दुइधारी तलबार निकडे हर रथै, ओखर चेहरा बेरा के जसना चमकत रथै।
अउ जउन गोरू अउ दस सींग तै देखे हबस, ऊ गलत काम लग घिनइहिन, उके बिना फरिया के अकेल्ले छांड दइहिन, ओखर मांस खइहिन अउ उके आगी हे जराय दइहिन।