15 सुना, मै चोरटा के जसना अइहों, धन्य हबै ऊ, जउन जगथै अउ अपन बन्डी के अपन संग धरथै, ताकि कहुं असना झइ होय कि ऊ बिना बन्डी के फिरै अउ मनसे के बिना बन्डी के बेज्जती होमैके पडै।
इहैनिता जागत रहा, काखे तुम ऊ घडी के अउ ऊ टेम के नेहको जानथा, कि कब मनसे कर टोरवा आही।
जागत रहा अउ बिनती करत रहा, कि तुम परिक्छा हे झइ पडिहा आतमा तइयार हबै, पय देह ढिलवा हबै।”
जागत रहा, अउ बिनती करत रहा, कि तुम परिक्छा हे झइ पडा, आतमा तइयार हबै, पय जीवन ढिलवा हबै।
यीसु कथै, सबरोज जागत रहा अउ बिनती करत रहा, ताकि तुम हइ आमै बाले परेसानी लग बच सकिहा अउ मनसे कर टोरवा के आगू हिसाब दइ सकिहा।
इहैनिता जागत रहा अउ स्मरन करा कि मै तीन साल तक रात दिना आंसू बहाय के हर अक्ठी के चेतावनी देय के नेहको छोडिस।
काखे ओही पहिरै के बाद हम बिना कपडा के नेहको रह जउबे।
हे भाई, तुम तो अंधियार हे नेहको हबा, कि ऊ दिन तोर उप्पर चोरटा के जसना अचनकै आय जही।
इहैनिता हम दूसर के जसना सोउत झइ रही, पय जागत अउ चेतन्त रही।
ऊ टेम निकट हबै जब सब कुछ बढाय जही, इहैनिता समझदार बना अउ धीर धरा, जेखर लग तुम पराथना बिनती के सका।
परभु के रोज चोरटन मेर आय जही, ऊ रोज बादर गरजत तेज आरो करत नास हुइ जही, अउ तत्व जर के पिघल जइही अउ भुंइ अउ ओखर हे करे हर सगलू काम परगट हुइ जइही।
“सुना, मै हरबी आय बाले हव, धन्य हबै ऊ जउन हइ किताब के जउन आगू कर बात के बचन के मानथै।”
मै हरबी आमै बाले हव, जउन सिक्छा तुम्हर लिघ्घो हबै ओहमा बने रइहा, जेखर लग कउ तुम्हर मुकुट के झइ छंडाय पामै।
इहैनिता मै तोके सलाह देथो कि आगी हे ताय हर सोना खरीद के धन्नड हुइ जा अउ चरका बन्डी खरीद के पहिन लेया अउ अपन लंगडापन लग लज्जित झइ होबा अउ काजर खरीद के आंखी हे लगाबा, जेखर लग तुम देख सका।