8 भगवान के महिमा अउ ओखर सक्ति के कारन मन्दिर धुंवा लग भर जथै अउ कउ तब तक मन्दिर हे परवेस नेहको के सकथै, जब तक सात स्वरगदूत के सात पेरसानी पूर नेहको हुइ जाय।
तब मै स्वरग हे अक्ठी बडा अउ चकित चिन्हा देखो, जउन सात स्वरगदूत सात आखरी परेसानी लय हर रथै, हइ आखरी परेसानी हबै, काखे इनखर दवारा भगवान के गुस्सा पूर हुइ जथै।