16 पय भुंइ ऊ डउकी के बचामै के निता अपन मुंह खोलके ऊ नदिया के पानी के पी लेथै, जउन पोखडी बाले अजगर सपुवा अपन मुंह लग पानी बहाय रथै।
हे अंधरा सियान तुम तो मच्छड के छान लेथा, पय उंटवा के खा जथा।
अउ तब अजगर सपुवा अपन मुंह लग नदिया के जसना पानी हइ मेर लग बहाइस कि ऊ डउकी बाढ लग बहि जाय।
एखर बाद पोखडी बाले अजगर सपुवा ऊ डउकी के उप्पर बोहत गुस्साथै अउ ऊ ओखर बचे हर लरका के संग जउन भगवान के आदेस के मानथै अउ यीसु मसीह के गवाह हबै, लडाई करै के निता निकड पडिस।