हे कफरनहूम काखे तै सोचथस कि तोके स्वरग के महिमा लग उप्पर उठाय जही? तै तो नरक छो जइहे, जउन सक्ति के काम तोर लग करे गय रहिस, अगर ऊ सदोम हे करे जातिस ता ऊ सहर आज तक बने रहतिस।
हइ सच हबै कि ऊ ढिलवा रहत क्रूस हे चढाय गइस, पय ऊ भगवान के सक्ति दवारा जिन्दा हबै, हम ओखर मेर ढिलवा हबन, पय तुम अहसास करिहों कि हम भगवान के सक्ति दवारा मसीह के संग जिन्दा हबन।
मै मसीह के संग क्रूस हे टंगाय गयों, अब मै जिन्दा नेहको रहों, पय मसीह मोर हे जिन्दा हबै अउ मै देह हे अब जउन जिन्दा हव ता केबल ऊ बिस्वास लग जिन्दा हव, जउन भगवान कर टोरवा हे हबै, जउन मोर लग माया करिस अउ मोर निता खुदय के दइ दय हबै।
ऊ टोरवा भगवान के महिमा के उजेड हबै, भगवान खुद के दरसाथै अउ अपन सक्ति के बचन के दवारा दुनिया के बनाय रखथै अउ सगलू मनसेन के पापन के छमा सुध्द करके भगवान के दहिना पल्ला ऊंच हे जाय के बइठे हबै।
हम अपन नजर मसीह यीसु हे जउन हमर बिस्वास के दाता अउ सिध्द करै बाले हे लगाय रही, जउन ऊ मगन के निता जउन उनखर निता ठहराय गय रथै, लाज के चिन्ता नेहको करत क्रूस के मिरतू सह लइस अउ भगवान के राजगद्दी के दहिना पल्ला बइठ गइस।
इहै कारन हबै कि जउन मनसे यीसु के दवारा भगवान के लिघ्घो आथै, ऊ उनही सबरोज के निता मुकति करै के सक्ति हबै, काखे ऊ हमर पल्ला लग पराथना करै के निता जुगजुग जिन्दा हबै।
जउन समुन्दर हे मरे हर रथै, उनके समुन्दर भगवान के आगू ठाढ करिस अउ नरक हे जिनखर मिरतू हुइ गय रथै, ऊ ओखर आगू ठाढ करिस, हर अक्ठी मनसे के उनखर काम के जसना सजा दय गइस।
तब मोके उहां अक्ठी घोडवा दिखथै, जउन पीला रंग के रथै, जउन ओखर उप्पर बइठे रथै, ओखर नाम मिरतू रथै अउ नरक ओखर पाछू-पाछू चले आथै, उके भुंइ के अक्ठी चउथाई भाग हे हक दय गइस, कि अकाल महामारी अउ पतेरा के गोरू दवारा नास करै के हक दय गइस।