हम यहूदी हुइ या यूनानी, गुलाम हे हुइ या आजाद, अक्ठिन देह होय के निता अक्ठिन आतमा हे हमर पानी हे बतिस्मा करे गय हबै, अउ हम सबझन के अक्ठिन आतमा पियाय गय हबै।
जेखर लग ऊ हिम्मत नेहको हारै, माया के अकजुट मन हे बंधे रहै, अउ बिस्वास के ऊ पूर धन जउन सच्चे ग्यान लग मिलथै, उनके मिल जाय, हइ मेर भगवान के भेद के सही ग्यान होय, जउन खुद मसीह हबै,
भगवान के दुइ बात हबै, ओखर टीमा अउ किरिया जउन कबहुं नेहको बदल सकथै अउ जेखर बारे हे भगवान कबहुं झूठ नेहको कहि सकथै। इहैनिता जउन भगवान के लिघ्घो सुरक्छा पामै के निता आय हबै अउ जउन आसा ऊ हमही दय हबै हम ओहमा बने रही।
जउन भगवान के आदेसन के मानथै, अउ उहै हे बने रथै, अउ ओखर हे भगवान निबास करथै, इहैमेर ऊ आतमा के दवारा जेही भगवान हमके दय हबै, हम हइ जानथन कि भगवान हमर भित्तर रथै।